केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की ज्यादा बिगड़ तबीयत, आईसीयू में भर्ती
नई दिल्ली :
लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की तबीयत अधिक बिगड़ गई है। वे दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हैं। उन्हें छोड़ कर बिहार आना बेटे चिराग पासवान के लिए अभी संभव नहीं है। अपनी मजबूरी बयां करते हुए एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं को मार्मिक चिट्ठी लिखी है। याद हो कि बिहार में अक्तूबर-नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं।
पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम लिखी चिट्ठी में चिराग ने पिता रामविलास के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की है जो पिछले तीन हफ्तों से दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। इस कारण चिराग ने बिहार न आने की अपनी मजबूरी बताई है। उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर कहा कि उनकी किसी से बात नहीं हुई है। उन्होंने लिखा कि कोरोना संक्रमण काल में लोगों को राशन की परेशानी न हो, इसके लिए उनके पिता अपना रूटीन हेल्थ चेक-अप लगातार टालते रहे। इस कारण वे अस्वथ हो गए। बीते तीन सप्ताह से वे अस्पताल में हैं।
पत्र में चिराग ने लिखा है कि एक बेटे के तौर पर पिता को अस्पताल में देखकर बेहद विचलित हो जाता हूं। पापा ने कई बार मुझे पटना जाने का सुझाव दिया लेकिन बेटा होने के नाते पापा को आईसीयू में छोड़कर मेरे लिए कहीं भी जाना संभव नहीं है। आज जब उन्हें मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए नहीं तो आप सभी का राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने आपको कभी माफ नहीं कर पाएगा।
चिराग ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष होने के नाते उन्हें उन साथियों की भी चिंता है जिन्होंने ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ के लिए जीवन समर्पित कर दिया है। चिराग पासवान के पत्र से यह भी साफ हो रहा है कि अब तक नीतीश कुमार को लेकर उनकी तल्खी में कोई कमी नहीं आई है। अपने खुले पत्र में चिराग ने लिखा है कि फिलहाल बिहार सरकार जिस सात निश्चय कार्यक्रम पर काम कर रही है वह एनडीए का एजेंडा नहीं है।