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बेंगलुरु सीरियल बम ब्लास्ट : मुख्य आरोपी शोएब केरल से गिरफ्तार, 12 साल से ढूंढ रही थी पुलिस

बेंगलुरु :

बेंगलुरु सीरियल ब्लास्ट मामले में एंटी टेररिस्ट सेल या आतंकवाद निरोधी दस्ते को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। करीब बारह सालों तक पीछा करने के बाद हमले से जुड़ा मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ लगा है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, शोएब नाम के इस शख्स को सोमवार को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो केरल के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।

2008 में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम सहित 10 जगहों पर सीरियल ब्लास्ट हुए थे, जिसमें एक महिला की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। इस मामले में 32 आरोपियों की पहचान की गई थी, जिनमें से 22 गिरफ्तार कर लिए गए थे। फिलहाल, शोएब की गिरफ्तारी के साथ ही मामले में कुल गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या 23 हो गई है। पुलिस का कहना है कि बेंगलुरु सीरियल ब्लास्ट में शोएब का रोल बहुत अहम है। पुलिस आरोपी शख्स को रिमांड में लेकर इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या वो अहमदाबाद और जयपुर सीरियल ब्लास्ट में भी शामिल था या नहीं।

पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, लगातार प्रयासों के बाद सोमवार रात को राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से शोएब को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। संयुक्त आयुक्त ने कहा, “पिछले साल अक्टूबर में जिस समय हमें उसकी जानकारी मिली, हमने तुरंत रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया और उसके तिरुवनंतपुरम लौटने की एक गुप्त सूचना के आधार पर हमने उसे धर दबोचा।” शोएब केरल का रहने वाला है और उसे आगे की जांच के लिए शहर ले जाया गया है।

शोएब पर 2008 में बेंगलुरु में हुए सीरियल ब्लास्ट की प्लानिंग के साथ-साथ आतंकियों को असलहा, बारूद और रहने का ठिकाना मुहैय्या कराने का आरोप है। इसके साथ ही उसपर आतंकियों की भगाने में मदद करने करने का भी आरोप है। गौरतलब है कि 25 जुलाई 2008 की दोपहर डेढ़ बजे बेंगलुरु में पहला धमाका हुआ था। इसके बाद शहर के अलग-अलग हिस्सों में छह बम धमाके हुए। उस दिन कुल 7 धमाके हुए थे। आठवां धमाके होने से पहले ही उसे रोक दिया गया था। उस दिन कोरमंगला में एक ज़िंदा बम निष्क्रिय किया गया था।यह धमाके रिमोट डिवाइस से किए गए थे।

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