नई दिल्ली :
पूरी दुनिया इस वक़्त कोरोना का कहर झेल रही है। जिसमें मौजूदा समय में सबसे ज्यादा असर अमेरिका, भारत और ब्राजील में है। यहां हर दिनों हजारों की संख्या में मौते ही रही है। जबकि लाखों में नए मामले सामने आ रहे है। कई देश कोरोना वैक्सीन बनाने में जुट गयी है। लेकिन, अभी तक मार्किट में कोई भी वैक्सीन नहीं आया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में इस वक्त कोरोना की 176 संभावित वैक्सीन पर काम हो रहा है, जिसमें से 35 क्लीनिकल ट्रायल में पहुंच चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। हालांकि 8 वैक्सीन ऐसी है जो ट्रायल के अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, रूस ने कोरोना की एक और वैक्सीन बनाने का दावा किया है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा कि जल्द ही हम कोरोना की दूसरी वैक्सीन को भी रजिस्टर करेंगे। मंगलवार को नेशनल कंज्यूमर हेल्थ पर नजर रखने वाली एजेंसी की ओर बताया गया कि वेक्टर रिर्च सेंटर ने कोरोना की एक और वैक्सीन तैयार कर ली है, इसे एपिवैक कोरोना के नाम से 15 अक्टूबर को रजिस्टर कराया जाएगा।
वैक्सीन के बारे क्या कहा पुतिन ने –
इस वैक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि देश में महामारी से लड़ने की क्षमता है और हमारा हेल्थकेयर सिस्टम एक और कोरोना वैक्सीन रजिस्टर करने जा रहा है। महामारी के दौरान हम हर एक व्यक्ति की जान की कीमत को समझा, हेल्थ सेक्टर में जुटे लोगों की मेहनत देखी, समाज और देश के लिए हेल्थकेयर सिस्टम ने अहम भूमिका निभाई है। पिछले कुछ महीनों में कोरोना से लडने के लिए इनकी क्षमता में काफी बढ़ोतरी हुई है।
अमेरिका ने भी वैक्सीन को लेकर किया दावा –
बता दें कि अगस्त माह में रूस ने कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया था और रूस पहला ऐसा देश बन गया था जिसने कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया था। दूसरी तरफ अमेरिका की कंपनी भी कोरोना वैक्सीन के आखिरी क्लीनिकल ट्रायल की स्टेज पर पहुंच गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुशी जताते हुए कहा कि अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने कोरोना की वैक्सीन बनाने की दिशा में बड़ी कामियाबी हासिल कर ली है। कंपनी का क्लिनिकल ट्रायल अंतिम चरण में है। इस कंपनी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के कैंडिडेट वैक्सीन ट्रायल के अंतिम चरण तक पहुंच गए हैं।