बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह का निधन
पटना –
बिहार सरकार (Bihar Government) के पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह का (Vinod Kumar Singh) दिल्ली में इलाजे के दौरान निधन हो गया है। विनोद कुमार सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीते दिनों ही बिहार सरकार में मंत्री विनोद कुमार सिंह कोरोना संक्रमित मिले थे। उससे ठीक हुए तो 16 अगस्त को विनोद सिंह को ब्रेन स्ट्रोक हुआ। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया। जहां मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी।
विनोद सिंह को 14 अगस्त की रात ब्रेन हेमरेज हुआ था। आनन-फानन में उन्हें कटिहार के अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर 16 अगस्त को पटना के रूबन अस्पताल में भर्ती किया गया था। मगर हालत बिगड़ने पर 17 अगस्त को एयर एंबुलेस से दिल्ली लाया गया। वहां से मेदांता में भर्ती किया गया था। वहां उन्हें आइसीयू में रखा गया था। दरअसल ब्रेन हेमरेज के बाद कोमा में चले गए थे। डाक्टर उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे थे मगर बचा नही सके। आज उन्होंने दोपहर करीब 12 बजे अंतिम सांस ली।
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी विनोद कुमार सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि विनोद बाबू के निधन सामाजिक एवं राजनीति जगत को क्षति हुई है। वो एक कुशल नेता थे। मंत्री विनोद कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के कटिहार के रहने वाले थे और उनकी गिनती बिहार बीजेपी के कद्दावर नेताओं के रूप में होती थी। बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह कटिहार के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक थे।
साल 2010 में चुनाव में विनोद कुमार सिंह ने कटिहार जिले के प्राणुपुर सीट से चार बार के विधायक महेंद्र नारायण यादव को हरा कर प्राणपुर में दोबारा कमल खिलाय था। 2015 में फिर से विनोद कुमार सिंह ने एनसीपी से उम्मीदवार इशरत प्रवीण को हराया था और विधानसभा पहुंचे थे। उन्हें नीतीश सरकार में खनन एवं भूतत्व मंत्री तथा बाद में पिछड़ा तथा अतिपिछड़ा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।