महबूबा मुफ्ती ने एक बार किया तिरंगे का अपमान, दिया देशविरोधी बयान
श्रीनगर –
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर तिरंगा का अपमान किया है। साथ ही उन्होंने देशविरोधी बयान भी दिए। हालही में मुफ़्ती को 14 महीने बाद हाउस अरेस्ट से रिहा किया है। पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा मुफ्ती ने कहा, तिरंगे से हमारा संबंध जम्मू-कश्मीर के झंडे की वजह से है। जबतक आर्टिकल 370 बहाल नहीं होता, जम्मू-कश्मीर को उसका पुराना स्टेटस नहीं मिलता, चुनाव नहीं लड़ूंगी।
आगे उन्होंने कहा कि चोर डाकू कितना ही बड़ा और खूनखार हो मगर जब वो डाका डालता है तो उसको वो माल लौटाना पड़ता है। 5 अगस्त को डाका डाला गया वो किसी कानून के तहत नहीं हुआ। इनके हाथ में वो ताकत नहीं की 370, 35A को छीन सकें। मैं लोगों को यकीन दिलाना चाहती हूं की छीनी हुई चीज लोगों के पास वापय आ जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान न्होंने अपनी टेबल पर जम्मू-कश्मीर के झंडे के साथ पार्टी का झंडा रखा हुआ था जबकि अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही पूरे जम्मू-कश्मीर में सिर्फ तिरंगा फहराने की अनुमति है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के झंडे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब तक मेरा झंडा हमारे पास वापस नहीं आ जाता, मैं कोई भी दूसरा झंडा नहीं उठाऊंगी। फिलहाल मेरा झंडा मेरे सामने है।