नई दिल्ली –
भारत और अमेरिका ने अपने रिश्तों को नया आयाम देते हुए मंगलवार को बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन अग्रीमेंट (BECA) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। तीसरी ‘2+2’ मंत्री स्तरीय बैठक के लिए भारत आए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर की भारतीय समकक्षों एस जयशंकर और राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस अहम कदम की घोषणा की गई।
इसके बाद दोनों देशों की ओर से साझा बयान जारी किया गया है। बैठक में अमेरिका ने भारत के साथ परमाणु सहयोग को लेकर भी सहमति जताई। इधर अमेरिका ने बुधवार को भारत को विमान वाहकों के लिए लड़ाकू जेट की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय नौसेना को अपने एफ-18 नौसैनिक लड़ाकू जेट देने की पेशकश की है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी सरकार ने टू प्लस टू वार्ता के दौरान दोनों देशों के रक्षा प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक में एक सरकारी प्रस्ताव के तहत भारतीय नौसेना के लिए अपने नौसैनिक लड़ाकू विमान एफ-18 देने की पेशकश की है। भारतीय नौसेना को मानवरहित विमान ‘सी गार्जियन’ के साथ-साथ कई अन्य प्रणालियों के साथ अपने एफ-18 लड़ाकू विमानों को खरीदने की पेशकश की गई है। साथ ही चीन के साथ भारत के गतिरोध के दौरान अमेरिकियों ने चीनी सेना की तैनाती और गतिविधियों के बारे में बहुत सारी जानकारी भी साझा की है।