भोपाल –
पैगंबर मोहम्मद कार्टून विवाद अब पूरी तरह गरमा गया है। फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के ख़िलाफ़ जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। अब इसका विरोध भारत में भी शुरू हो गया है। हालांकि भारत सरकार फ्रांस के साथ खड़ी है। इस बीच एक प्रदर्शन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इक़बाल मैदान में भी कल हुआ। कोरोना वायरस की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद की अगुवाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया।
अब इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख़्ती दिखाई है। सीएम ने कहा है कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। लेकिन, अब भोपाल में शांति भंग करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कोई भी हो। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मांग की कि केंद्र सरकार फ्रांस में भारतीय राजदूत को वहां के शासन के ‘मुस्लिम विरोधी’ रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे।
क्या है पूरा मामला –
दरअसल यह मामला पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या का है। जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई थी। शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है।