Diwali Special : दिवाली के दिन जानें क्या करें और क्या न करें
नई दिल्ली –
आज दिवाली है। दिवाली पुरे देश में मनाया जाता है। हर तरफ हर्षोल्लास है। हालांकि इस बार कोरोना का संकट है। इसलिए लोग सावधानी से दिवाली मना रहे है। कई राज्यों में वायु प्रदुषण और कोरोना मरीजों को देखते हुए पटाखें फोड़ने पर बैन लगा दिया है। दिवाली के दिन माँ महालक्ष्मी का पूजन होता है। चारों तरफ उनके स्वागत के लिए दीप जलाए जाते हैं। इस दिन लोग मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। मान्यता है इस इस दिन कई ऐसी चीज़े है जो नहीं करना चाहिए।
दिवाली के दिन भूलकर भी न करें ये काम –
– दिवाली के दिन सुबह देर तक सोते ना रह जाएं।
– दिवाली के दिन नाखून काटना, शेविंग जैसे कार्य न करे।
– लक्ष्मी की पूजा के समय तालियां नहीं बजानी चाहिए। आरती बहुत तेज आवाज में नहीं गाएं। कहा जाता है कि मां लक्ष्मी शोर से घृणा करती हैं।
– मां लक्ष्मी की पूजा अकेले ना करें। भगवान विष्णु के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है।
– दिवाली की पूजा के बाद पूजा घर को बिखरा हुआ ना छोड़े।
– गणेश भगवान की ऐसी मूर्ति पूजा कक्ष में ना रखें जिसमें वह बैठी हुई मुद्रा में ना हों और उनकी सूंड दायीं तरफ ना हो।
– आज के दिन झगडे न करे। मां लक्ष्मी शांतिप्रिय हैं।
– दिवाली के दिन मांस और शराब-धूम्रपान इत्यादि का सेवन न करे।
दिवाली के दिन ये काम जरूर करें –
– सुबह जल्दी उठें और पूजा-पाठ करें।
– मूर्तियों को एक निश्चित क्रम में रखें. बाएं से दाएं भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु, मां सरस्वती और मां काली की मूर्तियां रखें। इसके बाद लक्ष्मण जी, श्रीराम और मां सीता की मूर्ति रखें।
– मां लक्ष्मी वहां वास करती हैं जहां सच्चाई, दया और गुण होते हैं। हमेशा अपने घर को साफ रखें।
– पूरी रात एक दीया जलाए रखें और उसमें घी डालते रहें। दिवाली पर कैंडल्स के बजाए ज्यादा से ज्यादा दीयों का इस्तेमाल करें।
– उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा कक्ष होना चाहिए। घर के सभी सदस्यों को पूजा के दौरान उत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। पूजा के दीए को घी से जलाएं। दीए 11, 21 या 51 की गिनती में होने चाहिए।
– ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें। दिया, कैंडल्स, लाइट्स और लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल करें। दिवाली पूजा की शुरुआत विघ्नकर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ करें।
– आज के दिन हो सके तो सात्विक भोजन ग्रहण करें.