दिल्ली में पटाखे जलाने पर 1206 मामले दर्ज, 850 गिरफ्तार
नई दिल्ली – देश में दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। कोरोना महामारी और वायु प्रदुषण की वजह से नई दिल्ली सहित कई राज्यों में पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। हालांकि इसके बावजूद कई जगहों से पटाखें जलाये जा रहे है। नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेश के बावजूद दिवाली की रात आतिशबाजी की गयी। पुलिस ने भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। बीते चार साल में दिल्ली सबसे प्रदूषित रही।
दिवाली के दिन पटाखे चलाने और बेचने पर 1206 मुकदमे दर्ज कर 850 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा अलग-अलग जगहों से 1314 किलो पटाखे बरामद किए गए। अहम है कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देख एनजीटी ने 30 नवंबर तक पटाखे बेचने और चलाने पर रोक लगा दी थी। सबसे अधिक बाहरी-उत्तरी जिले में शनिवार को 165 केस दर्ज कर 165 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
इधर दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के चलते दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर श्रेणी में जा पहुंचा। दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 999 तक पहुंच गया। पूरी दिल्ली रात के वक्त दिवाली के पटाखों के प्रदूषण की चादर में लिपटी रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने आधी रात में सदर बाजार इलाके में पानी का छिड़काव किया। नॉर्थ दिल्ली के मेयर जयप्रकाश हॉट स्पॉट एरिया में फॉगिंग कराते नजर आए ताकि बढ़े हुए प्रदूषण को कम किया जा सके।
कहां कितने मामले दर्ज़ ?