LGBT : क्या आपको पता हैं LGBTQ का क्या हैं सेक्सगाइड, यहां जाने सबकुछ
नई दिल्ली – प्यार, शादी और सेक्स को लेकर आमतौर पर हमारी सोच बहुत सीमित होती है। समाज के बीच मान्य सिद्धांत के मुताबिक यह सिर्फ एक स्त्री और एक पुरुष के बीच की चीज है। पुरुष का पुरुष से प्यार, शादी और सेक्स या फिर स्त्री का स्त्री से प्यार, शादी और सेक्स इसे हमारे समाज में अभी भी स्वीकार्यता नहीं है। भारत में पहले समलैंगिक रिश्ते को गैरकानूनी माना जाता था। अब यहां सेम सेक्स संबंध तो गैर कानूनी नहीं है लेकिन शादी के लिए मान्यता मिलनी बाकी है।
वैसे 26 ऐसे देश हैं जहां समलैंगिक शादी को मान्यता मिल चुकी है। अब इस जानकारी के साथ उन शब्दों को भी जानना जरूरी है जो विभिन्न लैंगिक पहचान के लोगों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। अलग-अलग लैंगिक पहचान के लोगों के लिए आमतौर पर LGBTIQ का इस्तेमाल किया जाता है।
ये है LGBTQ के सेक्सगाइड –
-एलजीबीटीक्यू सेक्स गाइड में सबसे पहले बात करते हैं ओरल सेक्स हाइजीन की। ओरल सेक्स समलैंगिक और विषमलैंगिक जोड़ों में काफी आम है। जिसमें जीभ, होंठों, दात, मुंह या गले की मदद से सामने वाले पार्टनर के वजायना, पेनिस या एनस को उत्तेजित किया जाता है। लेकिन, इसके लिए आपको साफ-सफाई व सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।
– ओरल सेक्स करना जितना मजेदार हो सकता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। इससे कई तरह के इंफेक्शन या बीमारियों के चपेट में आने की आशंका होती है।
– एलजीबीटीक्यू सेक्सगाइड के अनुसार,अगर आप सेक्शुअली एक्टिव हैं, तो कोशिश करें कि आप किसी एक के साथ ही सेक्शुअली एक्टिव रहें। क्योंकि, इससे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने का चांस बढ़ जाता है।
– ओरल सेक्स के लिए सबसे पहले आपको अपने और अपने पार्टनर के गुप्तांगों की सफाई करनी होगी। क्योंकि, जेनाइटल ऑर्गन में कुछ खतरनाक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
– अपने और अपने पार्टनर की यौन संचारित रोगों से संबंधित जांच नियमित करवाते रहें। इससे, गंभीर स्थिति से बचने में सहायता मिलेगी।
– ओरल सेक्स के दौरान भी डेंटल डैमस, कॉन्डम आदि सुरक्षा का उपयोग करते रहें।
– अगर आपके साथी को पीरियड्स या पार्टनर के एनल व पेनिस में किसी भी तरह का संक्रमण है, तो ओरल सेक्स करने से बचें।
– ओरल सेक्स के दौरान टंग कॉन्डम या ओरल कॉन्डम का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें, एचआईवी आदि यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए उपयोग किया जाता है।
– एनल सेक्स के दौरान कॉन्डम जरूर पहना चाहिए। इससे सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज और संक्रमण से बचाव मिलेगा।
– एनल सेक्स करने के बाद ही ओरल और वजायनल सेक्स के लिए नया कॉन्डम का उपयोग करें।
– ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल करें।
– वजायनल सेक्स करते समय कॉन्डम का इस्तेमाल करना जरूरी है। ऐसे में सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज होने का खतरा कम हो जाता है।
– अपनी वजायना को सेक्स करने के बाद जरूर साफ करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जेनाइटल से खराब गंध नहीं आएगी।