नई दिल्ली – कोरोना वायरस दुनिया भर में फैल गया है। पहला मरीज पाए कई महीने हो गए हैं। दरअसल कोरोना वायरस का जन्म चीन के वुहान में हुआ था। लेकिन आज यह वायरस पूरी दुनिया में पहुंच गया है। इस वायरस ने अब तक लाखों लोगों की जान ले ली है। अब चीन ने भारत के बारे में दूसप्रचार करने की कोशिश की है। दरअसल एक चीनी वैज्ञानिक ने भारत पर दुनिया भर में कोरोना महामारी फैलाने का आरोप लगाया है।
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के वैज्ञानिकों ने कहा कि वायरस भारत में 2019 की गर्मियों में पैदा हुआ था। वायरस जानवरों द्वारा दूषित पानी के माध्यम से मनुष्यों में प्रेषित होता है। फिर यह वायरस वुहान में फैल गया। जहां पहले कोरोना का मरीज पाया गया था। यह खबर एक चीनी अखबार में प्रकाशित हुई है। वैज्ञानिकों ने कहा कि उत्परिवर्तित म्यूटेशन का पता लगाकर वायरस के स्रोत को पहचाना जा सकता है।
इस पद्धति का उपयोग करते हुए चीनी शोधकर्ताओं ने दावा किया कि वुहान में पाया गया वायरस यहां का वायरस नहीं था। यह वायरस बांग्लादेश, संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, भारत, इटली, चेक गणराज्य, रूस या सर्बिया में उत्पन्न हुआ है। भारत और बांग्लादेश में कम उत्परिवर्तित वायरस पाए गए हैं। जो चीन के पड़ोसी हैं। इससे यह अधिक संभावना है कि कोरोना वायरस भारत में पैदा हुआ था। उत्परिवर्तन और इन देशों से लिए गए कोरोना वायरस के नमूनों में लगने वाले समय को देखते हुए, वैज्ञानिकों ने दावा किया कि वायरस पहली बार जुलाई या अगस्त 2019 में फैला था।
ब्रिटेन के ग्लासगो विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता डेविड रॉबर्टसन ने डेली मेल को बताया कि चीन का शोध बहुत त्रुटिपूर्ण है। यह शोध कोरोना वायरस के बारे में हमारे ज्ञान को ज्यादा नहीं जोड़ता है। चीन ने पहले संयुक्त राज्य अमेरिका और इटली पर आरोप लगाया है कि वह बिना किसी सबूत के कोरोना वायरस फैला रहा है। डब्ल्यूएचओ द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के अनुसार, कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन में हुई थी। WHO ने चीन को एक जांच दल भी भेजा है।