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प्रेग्नेंट होने पर नजर आते हैं यह लक्षण, आप भी जान ले

नई दिल्ली – प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी में कई बदलाव होते हैं, जिसके आधार पर आप यह समझ सकती हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। पीरिड्स मिस होना उसमें सबसे महत्वपूर्ण है। लेकिन, कई बार बॉडी में हार्मोनल चेंज के कारण भी पीरियड्स मिस हो जाते हैं या लेट हो जाते हैं। पीरियड्स मिस के अलावा आपके स्तन थोड़े कोमल होने लगे हैं या फिर आप हर समय थकी रहती हैं या फिर आपको मार्निंग सिकनेस की समस्या होती है तो आपके गर्भवती होने की पूरी संभावना होती है।

इन सभी संकेतों को गर्भावस्था के शुरूआती लक्षण माना जाता है। लेकिन, गर्भवती महिलाओं को इन पहले लक्षणों से परे भी कुछ लक्षण नजर आते हैं, जिनकी जानकारी उन्हें होती ही नहीं है।

प्रेग्नेंट होने पर नजर आते हैं यह लक्षण –
बार-बार यूरीन आना – प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में बार-बार यूरीन होने की समस्या हो जाती है। क्योंकि प्रेग्नेंसी के समय आपका शरीर अतिरिक्‍त तरल पदार्थ उत्‍पादित करता है जिससे मूत्राशय पर दबाव पड़ता है और आपको बार-बार यूरीन के लिए जाना पड़ता है।

शरीर का तापमान बढ़ना – शरीर के तापमान का बढ़ना भी आपके गर्भवती होने की तरफ इशारा करता है। जब आप पहली बार ओव्यूलेशन के बाद सुबह उठते हैंए तो आपके शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है। लेकिन अगर यह तापमान, जिसे बेसल बॉडी टेम्परेचर के रूप में जाना जाता है, दो सप्ताह से अधिक समय तक रहता हैए तो आप गर्भवती हो सकती हैं।

मूड स्विंग्स होना – जब आप गर्भवती हो जाती हैं तो आपके हार्मोन अचानक बदल जाते हैं। ऐसे में आपके लिए अपने इमोशन्स को हैंडल करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हो सकता है कि आप असामान्य रूप से रोएंगी और भावुक महसूस करेंगी। इसके अलावा आपको मूड स्विंग्स हो सकते हैं। प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान यह बहुत आम है।

उल्टी आना – प्रेग्नेंसी के शुरुआती तीन महीने खूब उल्टी आती है। खासतौर से सुबह के समय। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हार्मोन्स बढ़ जाते हैं। इसके असर से बार-बार उल्टी आती है, कब्ज होता है और एसिडिटी होती है। एस्ट्रोजेन के कारण प्रेग्नेंट महिला को किसी खास महक से भी उल्टी आ सकती है।

पेट में दर्द – प्रेग्नेंसी की शुरुआत में पेट में दर्द होता है। यह दर्द बिल्कुल पीरियड्स में होने वाले दर्द की तरह ही होता है। साथ ही हार्मोनल बदलाव के कारण कब्ज और एसिडिटी रहने लगती है।

वेजाइनल डिस्चार्ज – वेजाइनल डिस्चार्ज कभी-कभी आपको गर्भवती होने का संकेत भी देता है। अधिकांश गर्भवती महिलाएं पहली तिमाही में और अपनी गर्भावस्था के दौरान चिपचिपे, सफेद या हल्के पीले रंग के वेजाइनल डिस्चार्ज करती हैं। वास्तव में हार्मोन्स का बढ़ना और योनि के रक्त प्रवाह में वृद्धि के कारण यह डिस्चार्ज होता है। यह गर्भावस्था के दौरान बढ़ता है ताकि आपके गर्भाशय ग्रीवा और योनि की दीवारों को नरम करने के लिए संक्रमण को रोका जा सके।

वहीं अगर वेजाइनल डिस्चार्ज आपको स्मेल, इचिंग, ग्रीन-येलो व बहुत अधिक थिक या पतला नजर आता है तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। इसलिए ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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