नई दिल्ली – कोरोना वैक्सीन पर भारत में सर्वे किया गया है। भारत में नए साल के जनवरी में वैक्सीन का पहला शॉट दिए जाने की उम्मीद है। इस बीच वायरस के बदलते स्ट्रेन और वैक्सीन के प्रभाव को लेकर लोगों के बीच कई बातों को लेकर संशय भी है। हालांकि केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि वैक्सीन लेनी है या नहीं, यह लोगों की इच्छा पर निर्भर है। देश के नागरिकों पर टीकाकरण जबरन नहीं थोपा जाएगा।
भारत में एक बड़ा सवाल है कि क्या सभी लोग वैक्सीन लगवाना चाहेंगे? इस सवाल को लेकर कई देशों में सर्वे हो रहे हैं। भारतीय लोगों पर हुए सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। इसकी दो बड़ी वजह सामने आयी है। पहली वजह ये कि सितंबर के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। दूसरी वजह वैक्सीन के प्रभाव को लेकर चिंता बताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सर्वे में 18 हजार लोगों को शामिल किया गया था। इनमें से 12,420 यानी करीब 69 फीसदी लोगों का मानना है कि फिलहाल टीकाकरण की कोई खास जरूरत नहीं है। अमेरिका में यह आंकड़ा 50 फीसदी है।