नई दिल्ली – विश्व बैंक ने आज कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अब तक की सबसे बड़ी मंदियों में से एक मंदी से बाहर निकल रही है और अब इसमें धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। दुनिया के कई देशों में COVID-19 वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था चार फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी।
लेकिन, फिर भी यह महामारी की पूर्व की स्थिति से इसमें पांच फीसदी की कमी रहेगी। ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स की रिपोर्ट के हवाले से मलपास ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अपनी सबसे गहरी मंदी में से इस मंदी से उबरते हुए दिखाई दे रही है। अगर नीति निर्माताओं ने महामारी पर काबू के लिए और निवेश बढ़ाने वाले सुधार लागू करने वाले कदम नहीं उठाया तो रिकवरी की संभावना कम हो जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि निकट-अवधि की नीति की प्राथमिकता से COVID-19 का प्रसार नियंत्रित हो रहा है। तेजी से और व्यापक पैमाने पर टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। लेकिन, आर्थिक सुधार का समर्थन करने के लिए, अधिकारियों को सतत विकास के उद्देश्य से एक पुन: निवेश चक्र को सुविधाजनक बनाने की आवश्यकता है जो सरकारी ऋण पर कम निर्भर है।
विश्व बैंक समूह के मुख्य अर्थशास्त्री कारमेन रेनहार्ट ने कहा कि इन देशों में से कई में वित्तीय कमजोरियों, विकास कार्यों पर लगे झटकों ने कमजोर घरेलू और व्यावसायिक बैलेंस शीट को प्रभावित किया है। इन पर भी विचार करने की आवश्यकता है। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक विकास 2022 में मध्यम से 3.8 फीसदी रहने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक रिकवरी, जो COVID-19 महामारी के कारण प्रभावित हुआ है। उम्मीद है कि भविष्य में होने वाले टीकाकरण से समर्थित आत्मविश्वास, खपत और व्यापार में धीरे-धीरे सुधार होगा।