जानिए फिजिकल रिलेशन के क्या-क्या हैं फायदे
मुंबई – शारीरिक संबंध बनाना मानवीय जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। अक्सर संतान प्राप्ति के उद्देश्यों के लिए ही शारीरिक संबंध बनाने को उचित माना जाता है लेकिन यह एक तरह का व्यायाम होता है। इससे सेहत संबंधी कई तरह की समस्याओं का समाधान भी होता है। इसमें सबसे ज्यादा आनंद भी है। पार्टनर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने से आप उसके साथ भावनात्मक तौर पर मजबूती से जुड़ते हैं।
एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर पार्टनर के साथ रेगुलर शारीरिक संबंध बनने बंद हो जाए तो यह भावनात्मक मजबूती कम होने लगती है। इससे स्ट्रैस का स्तर बढ़ जाता है। स्वभाव में चिड़चिड़ाहट आ जाती है। यहां तक की घबराहट का स्तर भी बढ़ने लगती है। दरअसल, जब पार्टनर के बीच शारीरिक संबंध बनते हैं तो एंड्रोफिन और डोपामाइन का स्तर ठीक रहता है और बॉडी को रिलेक्स मिलता है। और नींद भी बेहतर होती है।
नींद में सुधार – शारीरिक संबंध बनाने से आपकी नींद भी सुधरती है। विशेषज्ञों के मुताबिक ऑर्गेज्म के बाद शरीर में प्रोलैक्टिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है जो शरीर को आराम देने के लिए जिम्मेदार होता है। इसके स्राव से अच्छी नींद आती है और मन आराम महसूस करता है।
ब्लड प्रेशर में कमी – विशेषज्ञों का मानना है कि नियमित सेक्स से ब्लड प्रेशर कम करने में भी मदद मिलती है। तमाम अध्ययन इस बात की तस्दीक करते हैं कि सेक्सशुअल इंटरकोर्स लोवर्ड सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर के लिए जिम्मेदार होते हैं। हालांकि ऐसा मास्टरबेशन से नहीं होता।
इम्यून सिस्टम रखता है दुरुस्त – सेक्शुअल हेल्थ एक्सपर्ट वोने के. फल्बराइट का कहना है कि जो लोग सेक्शुअली एक्टिव होते हैं ऐसे लोग कम ही बीमार पड़ते हैं। सेक्शुअली एक्टिव लोगों में जर्म्स, वायरस और अन्य संक्रामक बीमारियों को फैलाने वाले कारकों से लड़ने वाले कारकों का स्तर काफी ज्यादा होता है।
कामेच्छा में होती है वृद्धि – विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग नियमित शारीरिक संबंध बनाते हैं उनमें कामेच्छा यानी कि लिबिडो का स्तर बढ़ता है। इसके अलावा महिलाओं में यह योनि के रूखेपन को दूर करता है तथा रक्त संचार को भी दुरुस्त रखता है।
तनाव होता है कम – शारीरिक संबंध की वजह से तनाव और चिंता में काफी कमी आती है। विशेषज्ञों के मुताबिक पार्टनर को आलिंगन और स्पर्श करने से शरीर में प्राकृतिक फील-गुड हार्मोन का स्राव होता है। इसके अलावा सेक्शुअल उत्तेजना एक ऐसा ब्रेन केमिकल रिलीज करता है जो दिमाग में आनंद का संचार करता है।
प्रोस्टेट कैंसर का खतरा होता है कम – अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक जो पुरुष महीने में कम से कम 21 बार स्खलित होते हैं ऐसे लोगों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा काफी कम होता है।
शारीरिक व्यायाम की तरह – शारीरिक संबंध बनाना एक तरह का व्यायाम होता है। इसके लिए पांच कैलोरी की जरूरत होती है जो टीवी देखने के लिए जरूरी कैलोरी से 4 कैलोरी ज्यादा है। इसके अलावा यह मांसपेशियों को मजबूत करने तथा हर्ट रेट को बेहतर रखने में मदद करता है।