भारत-चीन संबंधों पर विदेश मंत्री एस. जशंकर ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली – पिछले कुछ महीनों से लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव बरक़रार है। इस पर आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 13वीं All India Conference of China Studies में कुछ बात कही है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में पिछले वर्ष हुई घटनाओं ने संबंधों को गंभीररूप से प्रभावित किया है। विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने (लद्दाख में घटनाओं ने) न सिर्फ सैनिकों की संख्या को कम करने की प्रतिबद्धता का अनादर किया, बल्कि शांति भंग करने की इच्छा भी दर्शायी।
विदेश मंत्री ने कहा कि चीन के रुख में बदलाव और सीमाई इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती पर अब भी कोई विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं मिला है। जयशंकर ने कहा कि हमारे सामने मुद्दा यह है कि चीन का रुख क्या संकेत देना चाहता है, ये कैसे आगे बढ़ता है और भविष्य के संबंधों के लिए इसके क्या निहितार्थ हैं। साल 2020 में हुई घटनाओं ने हमारे संबंधों पर वास्तव में अप्रत्याशित दबाव बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि संबंधों को आगे तभी बढ़ाया जा सकता है जब वे आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता, आपसी हित जैसी परिपक्वता पर आधारित हों।