आज से फिर दो दिवसीय बंगाल दौरे पर अमित शाह, ममता बनर्जी की बढ़ी टेंशन
कोलकाता – पश्चिम बंगाल में अगले कुछ महीने बाद चुनाव है। इसकी तैयारी में बीजेपी बहुत पहले से ही जुट गयी है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जायेंगे। वह आज देर रात कोलकाता पहुंचेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने गुरुवार को बताया कि शाह 30 व 31 जनवरी को बंगाल के दौरे पर रहेंगे और उनका तीन जिलों में कई कार्यक्रम है।
शाह के दौरे को लेकर सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के अंदर फिर बेचैनी बढ़ गई है, क्योंकि पिछले दौरे के दौरान 19 दिसंबर को कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी सहित सात तृणमूल विधायकों व एक तृणमूल सांसद ने शाह की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लिया था। ममता बनर्जी की टेंशन इस बात से बढ़ी है की कोई और नेता मंत्री टीएमसी से इस्तीफा न दे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, शाह 30 जनवरी की सुबह सबसे पहले 9.15 बजे से कोलकाता में सीआरपीएफ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद वह नदिया जिले के मायापुर जाएंगे जहां 10.50 बजे से वह इस्कॉन के वैश्विक मुख्यालय स्थित इस्कान मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इस्कॉन मंदिर में ही शाह के दोपहर का भोजन करने की भी बात है। वहां से वह उत्तर 24 परगना के ठाकुरनगर आएंगे, जहां वह 2.50 बजे से एक सभा करेंगे जिसमें मतुआ समुदाय को संबोधित करेंगे। इस दौरान शाह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू करने के बारे में महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं। दरअसल मतुआ शरणार्थियों का बंगाल के कुछ जिलों में गहरा प्रभाव है।
अगले दिन रविवार सुबह शाह कोलकाता में भारत सेवाश्रम संघ के एक कार्यक्रम में जाएंगे, जो 10.45 बजे से है। यहां से वह महान समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विधासागर की एकेडमी जाएंगे, जिसका निर्माण राज्य सरकार करा रही है। इसके बाद शाह की हावड़ा के डोमूरजला मैदान में 12.45 बजे से सभा है। इस दौरान तृणमूल के कई बागी नेता जिसमें हाल में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कद्दावर नेता राजीब बनर्जी, हाल में तृणमूल से निष्कासित व हावड़ा के बाली से विधायक वैशाली डालमिया, तृणमूल छोडऩे वाले विधायक प्रबीर घोषाल व अन्य नेता शाह की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम सकते हैं।