ब्लास्ट को बताया ट्रेलर, 2020 में दो ईरानियों की मौत के बदले की बात
नई दिल्ली – देश की राजधानी दिल्ली में इजराइल दूतावास (Israeli Embassy) के पास कल एक कम तीव्रता के विस्फोट (Blast) हुआ। इस ब्लास्ट के बाद से देश भर के सभी हवाई अड्डों और सरकारी इमारतों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। शुरुआती जांच में ये साफ जो चुका है कि कम इंटेंसिटी के ब्लास्ट के पीछे मकसद सिर्फ एक मैसेज देना था, कि इससे बड़ा धमाका भी कर सकते हैं। इस ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि ये ब्लास्ट किसी बड़ी साजिश का ट्रायल हो सकता है।
जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि कि एंबेसी के बाहर एक लिफाफा मिला है जिसमें एक चिट्ठी है। इस चिट्ठी में ब्लास्ट को ट्रेलर बताया गया है और पिछले साल दो ईरानियों की मौत के बदले की बात की गई है। बता दें कि जहां पर ये ब्लास्ट हुआ है वहां से देश के अहम ठिकाने कितनी दूरी पर हैं। ब्लास्ट वाली जगह से विजय चौक 1.7 किलोमीटर पर है तो राष्ट्रपति भवन 2.8 किलोमीटर पर। वहीं, संसद भवन की दूरी 2.7 किलोमीटर है तो इंडिया गेट महज 2 किलोमीटर है और प्रधानमंत्री निवास 3.6 किलोमीटर है।
दिल्ली पुलिस और जांच एजेंसियां कई जगहों पर जांच के लिए जा रही हैं। हाल ही में तेहरान के करीब ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन-गन से हत्या की गई थी। ईरान इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराता है। 30 नवंबर 2020 को ईरान एक परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन अटैक में हत्या हुई थी। उसके लिए ईरान के राष्ट्रपति ने सीधे तौर से इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था।
इससे पहले 2012 में इजरायली राजनयिक की कार पर जो हमला हुआ था उसमें भी तार ईरान से जुड़े पाए गए थे। दिल्ली के ही एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था जो ईरान की न्यूज एजेंसी के लिए काम करता था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने घटना को लेकर इजराइल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनाज से फोन पर बात कर उन्हें इजराइल के राजयनिकों और उसके मिशनों की पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया था।