नई दिल्ली – पीएम मोदी ने 2024-25 तक भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर (5 ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। हालांकि कोरोना संकट की वजह से इस पर ब्रेक लग गया है। साल 2025 तक भारतीय इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी, ये अब भी थोड़ा मुश्किल लग रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.9 ट्रिलियन डॉलर का है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर मोदी सरकार के लिए राहत की खबर सुनाई है। IMF ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम के मुताबिक इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11 फीसदी के करीब होगी, जो किसी भी देश से अधिक होगा। कोरोना वायरस महामारी के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है जिसकी आर्थिक वृद्धि दर इस साल दहाई अंक में होगी।
भारत सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था यानी भारत की जीडीपी को 5 ट्रिलियन तक ले जाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन फिलहाल जो स्थिति है, उसके मुताबिक अगर भारत की अर्थव्यवस्था का आकार हर साल 8 प्रतिशत की गति से बढ़ता रहे तो 2030 तक 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का सपना पूरा होगा। 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंचने के लिए सालाना 12 फीसदी से ज्यादा जीडीपी ग्रोथ की जरूरत होगी। हालांकि भारत साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने समूचे पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर रहा है।