RBI का बड़ा ऐलान, रेपो और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, की कई घोषणाएं
नई दिल्ली – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई अहम घोषणाएं की। जिसमें अर्थव्यवस्था, रेपो रेट, रिवर्स रेट आदि चीज़ें शामिल है। गवर्नर ने क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा का ऐलान किया है। इस दौरान RBI ने बताया कि इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। यानि की रेपो रेट अभी भी 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर ही रहेगी।
Address by Shri Shaktikanta Das, Governor, Reserve Bank of India https://t.co/Yr2FmWVd30
— ReserveBankOfIndia (@RBI) February 5, 2021
जानकारों को मानना है कि आरबीआई की नजर राजकोषीय घाटे को कम करने पर है। इसलिए ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि बता दें कि आम बजट 2021-22 पेश होने के बाद पहली बार रिजर्व बैंक ने क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा की है। इस बीच रिजर्व बैंक ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान लगाया है। बता दें कि बजट में यह 11 फीसदी होने का अनुमान लगाया गया है। शक्तिकांत दास ने बताया कि जनवरी-मार्च के बीच महंगाई दर 5.2 फीसदी तक रह सकती है।
अब जानते है क्या होता है रेपो रेट –
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को आरबीआई कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को लोन देते हैं। रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के कर्ज सस्ते हो जाएंगे, जैसे कि होम लोन, व्हीकल लोन वगैरह।
रिवर्स रेपो रेट –
जैसा इसके नाम से ही साफ है, यह रेपो रेट से उलट होता है। यह वह दर होती है जिस पर बैंकों को उनकी ओर से आरबीआई में जमा धन पर ब्याज मिलता है। रिवर्स रेपो रेट बाजारों में नकदी की तरलता को नियंत्रित करने में काम आती है। बाजार में जब भी बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दे।