नई दिल्ली – गलवान घाटी में पिछले साल 5 मई को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के संबंध बिगड़े है। इस झड़प में भारत ने अपने 20 सैनिक खो दिया था। हालांकि अपने सैनकों की मारे जाने की खबर चीन ने नहीं बताई। लेकिन, अब चीन सरकार ने आखिरकार मान लिया है कि झड़प में उनके भी 4 सैनिक भी मारे गए थे।
भारत और चीन के दसवें दौर के कमांडर स्तर की बातचीत से पहले चीनी मीडिया ने गलवान घाटी की हिंसा के दो-तीन वीडियो जारी किए हैं। इन वीडियो के माध्यम से चीन ने ये दिखाने की कोशिश की है कि गलवान घाटी की हिंसा के लिए चीनी सेना नहीं भारतीय सैनिक जिम्मेदार हैं। इन वीडियो के जरिए चीन ने दिखाने की कोशिश है कि गलवान घाटी की हिंसा, भारतीय सेना द्वारा गलवान नदी पर अस्थायी पुल बनाने को लेकर हुई थी। पहली बार इन वीडियो में रात के समय दोनों देशों के सैनिकों को लड़ते हुए देखा जा सकता है।
हालांकि, भारतीय सेना की तरफ से इन वीडियो को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। चीन की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) ने शुक्रवार को इन सभी सैनिकों को बहादुरी पदक से नवाजा। हालांकि, भारत और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया एजेंसियों का मानना है कि इस हिंसा में चीन के 45 सैनिक मारे गए थे।