नई दिल्ली –
भारत और चीन के बीच मौजूदा समय में भारी तनाव है। एलएसी पर दोनों तरफ से भारी संख्या में सेना दल मौजूद है। यह स्थिति पिछले कई महीनों से बनी हुई है। इसे लेकर दोनों देशों में बातचीत भी शुरू है। लेकिन, इसका अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। इस बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने सैनिकों को युद्ध के लिए तैयारी रहने को कहा है। इस बयान के बाद माहौल गरम हो गया है।
भारत भी इससे हलके में लेने की कोशिश नहीं करेगा। भारत एलएसी पर मजबूती से खड़ा है। देश के रक्षा मंत्री, वायु सेना प्रमुख सभी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि भारत किसी भी परिस्थिति में चीन के साथ मुकाबला करने में सक्षम है। हालांकि भारत शांति का देश है। इसलिए भारत शांति से सीमा विवाद को सुलझाना चाहता है। लेकिन, चीन है की मानता ही नहीं।
दरअसल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 14 अक्तूबर को दक्षिणी प्रांत गुआंगडोंग में एक सैन्य बेस के दौरे पर थे। उसी दौरान उन्होंने युद्ध के लिए तैयार रहने की बात कही थी। उन्होंने सैनिकों से कहा, ‘अपना पूरा दिमाग और ऊर्जा युद्ध की तैयारी पर लगाओ।’ इससे पहले सोमवार को दोनों देशों के बीच वरिष्ठ कमांडरों की सातवें दौर की वार्ता चुशुल में हुई। ये भी बेनतीजा रहा।