नई दिल्ली – देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और वैक्सीन की रणनीति को लेकर मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य प्रतिनिधियों संग डिजिटल माध्यम से बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत कोरोना मृत्यु दर और रिकवरी रेट के मामले में दुनियाभर में बेहतर स्थिति में है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दो टूक कहा कि कोरोना से बचने के लिए सिर्फ वैक्सीन के भरोसे अभी से मत रहिए। यह जब आएगी, तब आएगी, लेकिन फिलहाल सभी राज्य संक्रमण रोकने पर फोकस करें। हालांकि उन्होंने कदम-दर-कदम टीकाकरण अभियान को समझाया। इस बैठक में दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल है। प्रधानमंत्री ने समीक्षा बैठक में इशारों में विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, ‘कुछ लोग कोरोना वैक्सीन के आने का वक्त पूछ रहे हैं। वैक्सीन को लेकर राजनीति कर रहे हैं। मैं उन्हें राजनीति करने से तो नहीं रोक सकता। लेकिन, वैक्सीन आने का समय हम तय नहीं कर सकते। ये वैज्ञानिकों के हाथ में है।’
पीएम ने कहा, ‘कोरोना से रिकवरी रेट बढ़ने के बाद लोगों में लापरवाही बढ़ गई है, लेकिन मैं बार-बार कहता हूं कि जब तक दवाई नहीं आ जाती है तब तक ढिलाई नहीं बरतनी है।’ मोदी ने लोगों को आगाह करते हुए शायराना अंदाज में कहा- ‘हमें ऐसी स्थिति नहीं लानी है जिससे यह कहना पड़े कि हमारी किश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था।’ पीएम ने कहा कि वैक्सीन को लेकर सभी राज्य अपने सुझाव लिखित में दें। किसी पर फैसला थोपा नहीं जाएगा।
पीएम ने कहा उम्मीद है कि जुलाई 2021 तक 40 से 50 करोड़ डोज मिल जाएंगी। इनकी मदद से 20-25 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण हो सकेगा। वैक्सीन की दिशा में आखिरी स्तर पर काम पहुंचा है। उन्होंने कहा, “अभी ये तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज होगी, दो डोज होगी या तीन डोज होगी। ये भी तय नहीं है कि इसकी कीमत कितनी होगी।