नई दिल्ली –
एमडीएच मसाला के संस्थापक और मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल में निधन हो गया। पतंजलि आयुर्वे के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। सुबह करीब 5 बजकर 38 मिनट पर महाशय धर्मपाल गुलाटी ने अंतिम सांस ली। पिछले दिनों उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन वह कोरोना से ठीक हो गए थे।
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Mahashayaji ka Devlokgaman Hua🪔🐚आज प्रात:बेला में महाशयजी का देवलोकगमन हुआ।
आज आर्य जगत के शिरोमणि युग पुरूष अनंत ज्योति में विलिन हो गयेबिंदु से सिंधु की यात्रा के पर्याय वह
पुरुषार्थ से परमार्थ का अध्याय वह🪔 pic.twitter.com/n0Q4qV8FI2— Tijarawala SK 🇮🇳 (@tijarawala) December 3, 2020
बताया जाता है कि महाशय धर्मपाल गुलाटी को गुरुवार सुबह हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उनका निधन हो गया। पिछले साल उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। एसके तिजारावाला ने ट्वीट कर कहा कि ‘आज प्रात:बेला में महाशयजी का देवलोकगमन हुआ। आज आर्य जगत के शिरोमणि युग पुरूष अनंत ज्योति में विलिन हो गये। बिंदु से सिंधु की यात्रा के पर्याय वह पुरुषार्थ से परमार्थ का अध्याय वह।’
Mahashay Dharmpal of MDH Spices passes away at 98 pic.twitter.com/Ov8aisY8xr
— ANI (@ANI) December 3, 2020
सबसे आमिर उम्रदराज –
धर्मपाल गुलाटी विज्ञापन की दुनिया के सबसे उम्रदराज स्टार और ‘महाशियां दी हट्टी’ (एमडीएच) के मालिक हैं। कभी तांगा चलाकर पेट भरने को मजबूर ये शख्स आज 2000 करोड़ रुपयों के बिजनेस ग्रुप का मालिक थे। धर्मपाल गुलाटी एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर में सबसे अधिक कमाई करने वाले सीईओ हैं।
विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आये –
महाशय दी हट्टी (एमडीएच) के मालिक धर्मपाल गुलाटी परिवार सहित 1947 में देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत चले आए और दिल्ली में आकर तांगा चलाना शुरू किया। भारत आने के समय उनके पास 1500 रुपये ही बचे थे, जिससे उन्होंने 650 रुपये में घोड़ा और तांगा खरीदकर रेलवे स्टेशन पर चलाना शुरू किया। कुछ दिनों के बाद उन्होंने अपने भाई को तांगा देकर करोलबाग की अजमल खां रोड पर मसाले बेचना शुरू कर दिया।
आज एमडीएच न सिर्फ भारत में बल्कि दुबई और लंदन में मौजूद –
गुलाटी परिवार ने मसालों की सबसे पहली फैक्ट्री 1959 में राजधानी दिल्ली के कीर्ति नगर में लगाई थी। इसके बाद उन्होंने करोल बाग में अजमल खां रोड पर ऐसी ही एक और फैक्ट्री लगाई। 60 के दशक में एमडीएच करोल बाग में मसालों की मशहूर दुकान बन चुकी थी। एमडीएच मसालों के सबसे बड़े ब्रांड में से एक है और 50 विभिन्न प्रकार के मसालों का उत्पादन करता है। एमडीएच के कार्यालय न सिर्फ भारत में बल्कि दुबई और लंदन में भी हैं।