नई दिल्ली – देशभर में आज कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जायेगा। इसे सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में किया जायेगा। बात दें कि ड्राई रन मतलब कोरोना वायरस वैक्सीनेशन का पूर्वाभ्यास है। इस ड्राई रन के जरिए वैक्सीनेशन के अभियान में आने वाली चुनौतियों की पहचान की जा सकेगी। साथ ही योजना तथा क्रियान्यवन के बीच की कड़ियों को परखा जा सकेगा।
ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है। वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र और केरल में राजधानी के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में भी ड्राई रन का कार्यक्रम होगा। सभी राज्यों में होने वाले ड्राई रन 20 दिसंबर 2020 को मंत्रालय द्वारा जारी ऑपरेशनल गाइडलाइन के अनुसार होंगी।
ड्राई रन उसी तरह होगा, जिस तरह वैक्सीन आने पर टीकाकारण के बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी। इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा और उसे coWin एप पर अपलोड किया जाएगा। माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेजमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण होगा। एक डाटा के मुताबिक, वैक्सिनेशन के लिए लगभग 96 हज़ार वैक्सीनेटरों को ट्रेनिंग दी गई है। प्रशिक्षकों के राष्ट्रीय प्रशिक्षण में 2 हज़ार 360 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है और 719 जिलों में जिला स्तर के प्रशिक्षण में 57 हज़ार से ज्यादा प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि पर्याप्त स्थान, साजो-सामान संबंधी प्रबंध, इंटरनेट कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षा, इत्यादि के लिहाज से सभी प्रस्तावित स्थलों का भौतिक सत्यापन किया जाए। उनसे यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि संबंधित स्थलों पर ‘तीन कमरे के ढांचे’ में अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार हों। इसमें जागरूकता संबंधी जानकारी दिखाने और इन स्थलों पर सभी आईईसी सामग्री प्रदर्शित करने के लिए बाहर की तरफ पर्याप्त जगह हो।
सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से टीकाकरण टीमों की पहचान करने और हर तरह से उन्हें प्रशिक्षित करने सहित चिह्नित स्थलों पर सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं तथा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।